नीङ के पंछी
कुछ तिनके दबाकर चोंच में,
दो पेङों के दो नीङों से,
उङे थे पंछी दो,
दो पंछी छोङ चले,
दो पेङों के नीङ दो|
दो पंछी छोङ चले,
दो पेङों के दो नीङों में,
राह तकती आँखें दो और दो|
हवा से बतियाते,
बादल पर झुँझलाते,
दूर निकल आये नीङों से,
दो नीङों के पंछी दो|
नयी ज़मीं पर,
नया पेङ ढूँढ,
दो पेङों के दो नीङों के तिनकों से
एक नीङ बनाने लगे,
वो पंछी दो|
कहीं दूर
तकती रही राह्
दो पेङों के दो नीङों में,
बूढी आँखें दो और दो|
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