कितने दर्द कितने किस्से
हर किस्से के कितने कितने हिस्से
सही ग़लत क्या, बताए कौन
आधे बैठे चुप, आधे मौन
बाँटना आसान हो जब
जोड़ने की जुगत लगाए कौन
सियासतें सेक रहीं रोटी अपनी अपनी
तमाशा रोके कौन लाठी खाये कौन
हर किस्से के कितने कितने हिस्से
सही ग़लत क्या, बताए कौन
आधे बैठे चुप, आधे मौन
बाँटना आसान हो जब
जोड़ने की जुगत लगाए कौन
सियासतें सेक रहीं रोटी अपनी अपनी
तमाशा रोके कौन लाठी खाये कौन